14 मुखी रुद्राक्ष पर भगवान शिव और भगवान हनुमान की कृपा है। 14 मुखी रुद्राक्ष को शास्त्रों में देव मणि या महा शनि कहा गया है और शनि की ग्रह स्थिति (काल सर्प की शनि दशा) से प्रभावित लोगों को इसे धारण करना चाहिए। यह रुद्राक्ष वर्तमान को सुधारता है, यह पिछले कर्मों के पापों को ठीक करता है और एक सकारात्मक, उज्ज्वल भविष्य प्रदान करता है। जो लोग शेयर ट्रेडिंग या किसी सट्टा व्यवसाय मानव संसाधन प्रबंधन में शामिल हैं, उन्हें यह रुद्राक्ष लोगों को बेहतर और प्रभावी तरीके से आंकने में मददगार लगेगा। भगवान हनुमान मंगल और शनि दोनों के दुष प्रभाव को नकार सकते हैं। इस प्रकार 14 मुखी ही एकमात्र ऐसा रुद्राक्ष है जो इन दोनों ग्रहों के अशुभ प्रभाव को एक साथ समाप्त कर देता है।
चौदह मुखी मंगल और शनि दोनों के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में अत्यंत प्रभावी है।
चौदह मुखी हनुमान का भी प्रतिनिधित्व करता है और इसका उपयोग स्वास्थ्य के मुद्दों और नकारात्मकता से सुरक्षा के लिए किया जाता है।
14 मुखी पहनते हैं तो यह गुरु चक्र/ आज्ञा चक्र को खोलने में मदद करता है।
यह आज्ञा चक्र को बढ़ाता है और सक्रिय करता हैै।
चौदह मुखी का उपयोग तीसरी आंख को सक्रिय करने के लिए भी किया जाता है।
यह रुद्राक्ष नया उद्यम/परियोजना शुरू करने वाले लोगों के लिए भी लाभकारी है।
स्वास्थ्य लाभ :- 14 मुखी शरीर में मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करता है। यह गठिया, बवासीर और मोटापे और अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा है।