पेरिडॉट (हिंदी में घृतमणि) बुध ग्रह से जुड़ा है। ज्योतिषी किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए इस रत्न की सलाह देते हैं। एक कमजोर बुध व्यक्ति की बुद्धि, संचार और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य में बाधा डाल सकता है।
भारतीय ज्योतिष मिथुन (मिथुन) और कन्या (कन्या) राशि के लिए पेरिडॉट जन्म का रत्न निर्धारित करता है।
पश्चिमी ज्योतिष कर्क राशि के लिए अगस्त बर्थस्टोन पेरिडॉट की सिफारिश करता है।
वृष, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातक भी पेरिडॉट धारण कर सकते हैं।
बुद्धि और सीखने की क्षमता में सुधार करता है - बुध बुद्धि का प्रतीक है। पेरिडॉट पहनने से लोगों की बुद्धि, याददाश्त और समझने की क्षमता में सुधार होता है। ध्यान भंग और कम ध्यान अवधि जैसे एकाग्रता के मुद्दों से पीड़ित छात्रों के लिए ज्योतिषी दृढ़ता से इस रत्न की सलाह देते हैं।
वक्तृत्व कौशल को बढ़ाता है-ज्योतिषियों का मानना है कि पेरिडॉट उन लोगों के लिए अत्यधिक फायदेमंद है जो भूमिकाएं या पद धारण करते हैं जहां उच्च स्तर की मानवीय बातचीत शामिल होती है। मनोरंजन, मीडिया या जनसंपर्क उद्योग में काम करने वाले पेशेवरों को पेरिडॉट रत्न धारण करने से अत्यधिक लाभ हो सकता है।
त्वचा की बीमारियों और मनोवैज्ञानिक विकारों को ठीक करता है - पेरिडॉट रत्न तंत्रिका संबंधी विकारों और त्वचा की एलर्जी से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचाता है। पेरिडॉट रिंग पहनने से तनावग्रस्त नसों को शांत किया जा सकता है, शांति बहाल हो सकती है और त्वचा संबंधी बीमारियों का इलाज किया जा सकता है।
Rs. 100 - 50000